सितारगंज व नानकमत्ता में सरकारी क्रय केंद्रों पर गेंहू की खरीद शून्य है। वहीं मिलर्स सितारगंज, नानकमत्ता में गेंहू की पैदावार के अनुरुप 6 आर नही काट रहे हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर गेंहू का अवैध भंडारण किया जा रहा है।

भंडारण होने से गेंहू की कालाबाजारी, उपज के दामों में आगे चलकर काफी उछाल आ सकता है। कृषि उत्पादन मंडी समिति ने राइस मिलर्सों को नोटिस देकर खरीद का विवरण मांगा है। इसके साथ ही सीड्स प्लांट की भी जानकारी मांगी गई है। सितारगंज व नानकमत्ता में सहकारिता समेत गेंहू के कुल 43 क्रय केंद्र संचालित है। नानकमत्ता में विपणन विभाग के कांटे पर अब तक जहां 303 क्विंटल गेंहू की खरीद की गई है। 

वहीं अन्य क्रय केंद्रों पर गेंहू की खरीद शून्य है। जबकि राईस मिलर्स लगातार गेंहू की 6 आर काट रहे है। सीड्स प्लांट की संख्या भी दोनों क्षेत्रों में कम होने के साथ सितारगंज क्षेत्र में तो फ्लोर मिल भी नही है। जबकि नानकमत्ता में फ्लोर मिल की मौजूद है। यहां मिलर्सों ने चार हजार क्विंटल के करीब 6 आर काटा है।

सितारगंज में 42 हजार क्विंटल का 6 आर काटा गया है। इससे गेंहू के अवैध भंडारणों का संदेह बढ़ गया है। माना जा रहा है कि किसानों के गेंहू को चुपचाप स्टॉक किया जा रहा है। ऐसा इसलिये कि सरकारी गेंहू खरीद के क्रय केंद्रों में तोल शून्य है। 

मिलर्स भी पैदावार के अनुसार खरीद नही दिखा रहे है। इन हालातों में सितारगंज, नानकमत्ता के किसानों का गेंहू रिकार्ड में नही आ रहा है। जिससे गेंहू के अवैध भंडारणों की सम्भावना है। गेंहू के अवैध भंडारण होने से आने वाले दिनों में आटे के दामों में भी उछाल आ सकता है। गेंहू की कालाबाजारी से निपटने के लिए सरकार के पास पहले ही गेंहू खरीद का भंडारण शून्य होगा।

फ्लोर मिल, सीड्स प्लांट की कमी फिर भी आंकड़ों से गायब गेंहूसितारगंज, नानकमत्ता में फ्लोर मिल, सीड्स प्लांट काफी कम है। जबकि नानकमत्ता क्षेत्र सिंचाई के नाम जाना जाता है। नानकमत्ता उप तहसील में 10 हजार हेक्ट्यर से अधिक क्षेत्रफल में सिंचाई होती है। यहां गेंहू क्रय केंद्रों में तोल शून्य है, 6 आर के आंकड़े भी चौकाने वाले है। 

ऐसी स्थिति में सिंचाई क्षेत्र नानकमत्ता का गेंहू गायब हो गया है। जिससे गेंहू के अवैध भंडारण होने का संदेह बना हुआ है। यह महंगाई, कालाबाजारी को बढ़ावा दे सकता है। 

सीड्स सार्टिफिकेट एजेंसी से मांगी जानकारीकृषि उत्पादन मंडी समिति ने नानकमत्ता में स्थित उत्तराखंड सीड्स सार्टिफिकेट एजेंसी से सितारगंज में संचालित सीड्स प्लांट की जानकारी मांगी है। सितारगंज में अभी तक 12 फर्मों ने 45000 क्विंटल गेंहू का 6 आर काटा है। मंडी सचिव विनोद पलड़िया ने बताया कि राइस मिलर्सों को नोटिस भेजकर अब तक की गयी गेंहू खरीद का विवरण मांगा गया है। 

एडीओ सहकारिता अर्पणा चम्याल ने बताया कि सरकारी गेंहू क्रय केंद्रों में अभी तक तोल शून्य है, सितारगंज, नानकमत्ता में संचालित सीड्स प्लांट की जानकारी नही है। गेंहू खरीद के अगर अवैध भंडारण किया जाता है तो भविष्य में महंगाई पर इसका असर पड़ेगा। 

By radmin