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रूस से तेल खरीदने की हंगरी को मिली छूट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान को रूस से तेल खरीदने के लिए प्रतिबंधों से छूट दी है। दोनों दक्षिणपंथी नेताओं की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात के दौरान ट्रंप और ओरबान ने एक-दूसरे की खुलकर प्रशंसा की। बता दें कि ट्रंप के दोबारा सत्ता में लौटने के बाद व्हाइट हाउस में यह ओरबान की पहली मुलाकात है। बैठक में ओरबान ने कहा कि यूक्रेन के लिए रूस को हराना एक चमत्कार होगा, जिससे उनके रुख और अन्य यूरोपीय नेताओं के बीच स्पष्ट मतभेद दिखा।

यह बैठक हंगरी के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि
हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने इस मुलाकात को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने ने एक्स पर बताया कि यह फैसला उनके देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए बेहद अहम है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने हंगरी को क्यों दी छूट?
राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले बताया था कि हंगरी को उसकी भौगोलिक स्थिति के कारण राहत दी जाएगी, क्योंकि यह चारों ओर से जमीन से घिरा है और देश समुद्री मार्ग से आयात नहीं कर सकता और उसे पाइपलाइन के जरिए ही ऊर्जा आपूर्ति मिलती है।

रूसी ऊर्जा को लेकर ओरबान का तर्क
ओरबान ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के लिए यूरोपीय संघ के बाकी सदस्यों के दबाव का अक्सर विरोध किया है। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि रूसी ऊर्जा उनके देश के लिए महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने भी कहा कि पाइपलाइन कोई वैचारिक या राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि एक भौतिक आवश्यकता है, क्योंकि हंगरी के पास बंदरगाह नहीं हैं।

हंगरी यूरोपीय संघ में ट्रंप और क्रेमलिन दोनों का करीबी सहयोगी माना जाता है। इसने पहले ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बुडापेस्ट में शिखर बैठक की पेशकश की थी, लेकिन यूक्रेन पर हमले को लेकर असहमति बढ़ने पर ट्रंप ने अक्तूबर में यह बैठक रद्द कर दी थी।

ट्रंप ने रूसी तेल कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
ट्रंप प्रशासन ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगाए हैं और अमेरिकी कंपनियों को एक महीने के भीतर उनसे संबंध खत्म करने का निर्देश दिया है।

दोनों नेताओं ने की एक-दूसरी की प्रशंसा
इस मुलाकात को विशेषज्ञ ओरबान के लिए एक प्रतीकात्मक जीत मान रहे हैं, जो अगले साल होने वाले चुनावों से पहले आर्थिक सुस्ती और बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ट्रंप ने यूरोपीय संघ के नेताओं से ओरबान के प्रति अधिक सम्मान दिखाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हंगरी और उसके नेता का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने प्रवासन के मुद्दे पर सही रुख अपनाया है।

क्या है विशेषज्ञों की राय?
हालांकि, ट्रंप के ईयू पर लगाए गए शुल्कों से हंगरी की कार उद्योग पर गहरा असर पड़ा है, जिससे उसकी कमजोर अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा है।
राजनीतिक विश्लेषक डैनियल हेगेडस का कहना है कि ट्रंप का यह कदम ओरबान को घरेलू मोर्चे पर मजबूती देगा और यूरोपीय संघ के भीतर विभाजन पैदा करने वाली ताकतों को बल देगा।

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